बैंकों के बाहर लगने वाली भीड़ के पीछे कर्मचारियों की ढीली कार्यप्रणाली भी कम दोषी नहीं है। पासबुक में इंट्री से लेकर खाते का बैलेंस जानने के लिए लोग को काफी देर तक इंतजार कराया जाता है। जिससे कतार छोटी होने के बजाए लंबी होती जाती है। हाल ही में पुलिस व प्रशासन ने बैंक में चेकिंग कर लोगों को शारीरिक दूरी और बैंक कर्मचारियों को शारीरिक दूरी के नियमों की पालना कराने के निर्देश दिए थे। हालांकि यह निर्देश भी कुछ देर बाद ही खूंटी पर टांग दिए गए। बैंकों की कतारों के बीच अधिकतर लोग बिना मास्क के ही होते हैं। इससे संक्रमण का खतरा अधिक रहता है।
जालौन उरई -------:उत्तर प्रदेश बुंदेलखंड जनपद जालौन में बैंकों के बाहर लगी लंबी-लंबी कतारों में लोगों ने सोशल डिस्टेंस को दरकिनार कर खूंटी पर टांग दिया अब जनता के दिल में कोरोना का कोई डर नहीं है जनपद में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों के बढ़ने के बाद भी लोग शारीरिक दूरी के मानकों को ताक पर रखने से चूक नहीं रहे। स्थानीय बैंक के बाहर लोगों की भीड़ शारीरिक दूरी की धज्जियां उड़ा रही है। इसको लेकर ना तो बैंक प्रबंधन और ना ही पुलिस ध्यान दे रही है।
No comments:
Post a Comment