जालौन उरई------------- : उत्तर प्रदेश बुंदेलखंड जनपद जालौन मामला जनपद जालौन का है जहां पर एक दिव्यांग जनपद की मुख्यालय उरई में जिला अधिकारी से मिलने आया और आर्थिक मदद के लिए गुहार लगाई उसकी मंशापूर्ण ना होने पर डीएम केविन से निकलकर उप दिव्यांग ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क लिया जहां पर कलेक्ट्रेट परिसर में देखते ही खलबली मच गई दोनों पैरों से दिव्यांग एक शख्स ने रोजगार करने के लिए प्रशासन से 20 हजार रुपये मांगने पहुंचा। डीएम से मिलकर भी जब उसकी आस पूरी न हुई तो ट्राइसाइकिल पर बैठते ही उसने खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया। इससे कलेक्ट्रेट में हंगामा मच गया। किसी तरह कर्मचारियों ने उससे माचिस छीनी और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने उसे कुछ देर बाद छोड़ दिया। माधौगढ़ कोतवाली क्षेत्र के बंगरा गांव निवासी दिव्यांग बबलू गुरुवार को डीएम के पास पहुंचा। वह अपने परिवार में अकेला है और उसके मां-बाप की भी मृत्यु हो चुकी है। उसने जिलाधिकारी से मिलकर रोजगार करने के लिए 20 हजार रुपये की आर्थिक मदद दिलाने की मांग की। जिलाधिकारी ने उसकी बात सुनी और कुछ समझाया। इसके बाद वह जैसे ही बाहर निकला तो हंगामा करने लगा। ट्राइसाइकिल पर बैठते ही उसने खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया। यह देखते ही जिलाधिकारी के अर्दली समेत कर्मचारी दौड़े और उसके हाथ से माचिस छीन ली। कोतवाली पुलिस को सूचना मिली तो कोतवाल शिवप्रताप वर्मा ने उसे हिरासत में ले लिया। हालांकि कोतवाल का कहना है कि उसे कुछ ही देर बाद समझा-बुझाकर छोड़ दिया गया। कोतवाल ने बताया कि वह जिलाधिकारी से रोजगार करने के लिए 20 हजार रुपये की आर्थिक मदद की मांग करने आया था।
कई योजनाओं का पा चुका है लाभअफसरों ने बताया कि बबलू को कुछ वर्ष पहले आवास निर्माण के लिए ढाई लाख रुपये मिल चुके हैं। दिव्यांग पेंशन, शौचालय, अंत्योदय राशनकार्ड आदि की सुविधा भी दी जा चुकी है। बोले जिम्मेदार
दिव्यांग बबलू को हर योजना का लाभ मिल रहा है। उसे आश्वासन दिया गया था कि उसकी समस्या का निस्तारण कराया जाएगा। इसके बावजूद उसने हंगामा कर दिया।
- प्रमिल कुमार सिंह, एडीएम
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