प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना से आपको अवगत कराते चला कि जनपद जालौन के जालौन में क्षेत्र के मोहल्ला तोपखाना निवासी सुरेंद्र कुमार (26) पुत्र संतराम अपने पिता संतराम व मां राममूर्ति के साथ रहता था। उसका बड़ा भाई सुनील कुमार घर के बगल में ही अपनी पत्नी के साथ अलग रहता है। सुरेंद्र पिता के साथ मजदूरी करता था। रात घर में सभी लोगों ने खाना खाया। सुरेंद्र कुमार खाना खाकर छत पर बने कमरे में सोने चला गया। माता-पिता नीचे सो गए। सुरेंद्र ने सीढि़यों पर कुंडी लगा दी। रात में किसी समय सुरेंद्र ने गमछे का फंदा बनाया और उसे पंखे के हुक में फंसाकर उस पर लटक गया। इससे उसकी मौत हो गई। सुबह माता-पिता जागे और काम पर जाने के लिए निकलने लगे। लेकिन तब तक सुरेंद्र के न जागने पर वह ऊपर जाने लगे। लेकिन सीढि़यों की कुंडी लगी थी। जिसके बाद उन्होंने बगल में रह रहे अपने बड़े बेटे से सुरेंद्र को जगाने के लिए कहा। आवाज देने पर जब कोई उत्तर नहीं मिला तो भाई ने कमरे के रोशनदान से अंदर झांककर देखा तो सुरेंद्र का शव फंदे पर लटक रहा था।
मां को पता चलने पर वह चीखने चिल्लाने लगी। शोरगुल सुनकर आसपास के लोग आ गए और कोतवाली पुलिस को जानकारी दी। सूचना मिलते ही एसआई ओंकार सिंह मौके पर पहुंचे और शव को फंदे से उतरवाया। पिता ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा मोबाइल रखता है, लेकिन उसका मोबाइल नहीं मिला है। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद घर में मातम छाया है। कोतवाल समीर सिंह ने बताया कि युवक की खुदकुशी का कारण स्पष्ट नहीं है। फिलहाल शव का पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
मां को पता चलने पर वह चीखने चिल्लाने लगी। शोरगुल सुनकर आसपास के लोग आ गए और कोतवाली पुलिस को जानकारी दी। सूचना मिलते ही एसआई ओंकार सिंह मौके पर पहुंचे और शव को फंदे से उतरवाया। पिता ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा मोबाइल रखता है, लेकिन उसका मोबाइल नहीं मिला है। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद घर में मातम छाया है। कोतवाल समीर सिंह ने बताया कि युवक की खुदकुशी का कारण स्पष्ट नहीं है। फिलहाल शव का पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
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