जालौन उरई--------:उत्तर प्रदेश बुंदेलखंड जनपद जालौन के कोच नदीगांव थाना क्षेत्र के ग्राम सिकरी बुजुर्ग निवासी प्रवासी अरविंद की मौत की खबर जैसे ही जिला अस्पताल से सिकरी बुजुर्ग पहुंची तो वहां तनाव व्याप्त होने लगा। उस वक्त नदीगांव पुलिस भी अरविंद के घर के बाहर मौजूद थी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हत्या की सूचना के बाद नदीगांव पुलिस सीधे आरोपी दीपांशु के घर पहुंची। पीछे से गांव वाले भी चल दिए। लेकिन पुलिस जब दीपांशु के मकान के भीतर पूछताछ के लिए घुसी तो अंदर से गेट बंद कर लिए। इस पर बाहर खड़े ग्रामीणों और अरविंद के परिजनों ने समझा कि पुलिस आरोपियों से सांठ गांठ कर रही है। इससे बाहर खड़ी भीड़ का गुस्सा बढ़ गया और देखते ही देखते लोगों ने दीपांशु के मकान का गेट तोड़कर धराशाई कर दिया। इतना ही नहीं भीतर घुसी भीड़ ने नदीगांव पुलिस के सामने ही मकान में तोड़फोड़ और आगजनी की। लेकिन भीड़ का गुस्सा देख पुलिस की आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं पड़ी। आनन फानन फोन कर सर्किल के थानों की भी पुलिस को बुलाया गया। तब तक मकान में काफी तोड़फोड़, हवाई फायरिंग और बाइक फूंकी जा चुकी थी। आगजनी को देखते रविवार की शाम तक मौके पर दमकल गाड़ी खड़ी रही।
-कुछ ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि आरोपी दीपांशु गुर्जर भी लॉकडाउन में घर लौटा है। इससे पहले वह मध्यप्रदेश, गुजरात व दिल्ली की फैक्टरियों में नौकरी करता रहा है। नदीगांव पुलिस का कहना है कि आरोपी तमंचा कहां से लाया है इसका पता किया जा रहा है। इसके अलावा जनपद के बाहर दीपांशु का कोई आपराधिक इतिहास तो नहीं है यह भी पता किया जाएगा। बवाल में जा सकती थीं और भी जानें
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जब भीड़ दीपांशु के मकान में घुसी तो उसके पिता बालजी ने छत से फायर भी झोंके। गनीमत थी कि गोली किसी को लगी नहीं वरना और भी जानें जा सकती थीं।
काम-धंधे की तलाश में था अरविंद
परिजनों ने बताया कि अरविंद अपनी पत्नी व तीन बच्चों के साथ पूरे दिन फेरी लगाता था। डेढ़ माह पहले ही लॉकडाउन में गांव लौटा था। वह अभी दूसरे काम धंधे की तलाश ही कर रहा था कि तभी इतनी बड़ी घटना हो गई। परिवार पर दुखों का भारी पहाड़ टूट पड़ा। अरविंद के भाई इंद्रजीत ने बताया कि घटना के वक्त पास के गांव बहन से मिलने गया था।
आरोपी को पकड़ने के लिए ली सर्विलांस की मदद
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गांव में पर्याप्त फोर्स और पीएसी तैनात की गई है। मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें भी बनाई गई हैं। जिसमें सर्विलांस टीम भी शामिल है। कुछ संदिग्धों को उठाकर पूछताछ की जा रही है।
रिपोर्ट- आशीष पाठक भारत नेशन 24
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