प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यालय स्थित मोहल्ला उमरारखेड़ा निवासी मोनू की पत्नी 25 वर्षीय कुंती गर्भवती थी। घरवाले उसे लेकर मंगलवार दोपहर जिला अस्पताल पहुंचे थे। डॉ. एके सिंह ने उसे प्रसव कक्ष में भर्ती कराया। एक घंटे इलाज के दौरान उसमें सुधार नहीं हुआ। डॉ. एके सिंह के मुताबिक महिला को हाई बीपी के साथ झटके आने लगे थे। प्रयास किया गया, लेकिन बचा नहीं सके। मौत के बाद घरवाले हंगामा करने लगे, उन्हें डॉक्टर और स्टाफ नर्स ने समझाकर किसी तरह ओपीडी में बेहोश पड़ी रही महिला, चार घंटे बाद मिला इलाज
- जिला अस्पताल में मुंह फेरकर गुजर गए चिकित्सक, मीडिया देख मंगवाया स्ट्रेचर
उरई : बुधवार को इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंची महिला ओपीडी के बाहर बेहोश होकर गिर गई। घंटों वहीं पड़ी रही। चिकित्सक मुंह फेरकर गुजर गए। बाद में मीडिया देख एक चिकित्सक सजग हुए और स्ट्रेचर मंगवा उसे इमरजेंसी में भर्ती कराया।
बेजार सी पड़ी महिला को अन्य लोगों ने भी देखा पर कोई मदद को आगे नहीं बढ़ा। ओपीडी बंद होने के बाद डॉ. बीपी सिंह गुजरे तो स्ट्रेचर मंगाया और इमरजेंसी में भर्ती कराया। चार घंटे बाद महिला का इलाज शुरू किया जा सका। डॉ. बीपी सिंह ने बताया कि महिला की हालत ज्यादा खराब है। साथ में कोई तीमारदार भी नहीं है, बेहोश होने की वजह उसका विवरण नहीं मिल सका।
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