1-ब्लाक कार्यालय से तिजोरी की चाबी गायब ।
बीडिओ और स्टोर बाबू से लेकर किसी को पता नही चाबियों का ।
2-टैण्डर बिकवांली की रकम एक साल तक रही गायब ।
3-सीडीओ के निरीक्षण में खुली ब्लाक कार्यालय महेबा की पोल ।
4-करोणों रूपऐ के मनरेगा कार्य का फर्जी भुगतान ।
5-भाडे पर चल रहे ब्लाक के फर्जीवाडा का सीडीओ ने किया निरीक्षण भण्डाफोड
जालौन उरई --------: उत्तर प्रदेश बुंदेलखंड जनपद जालौन के विकासखंड महेवा में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है जहां पर जनपद में यह पहला ब्लॉक है महेबा जो कि भाडे पर चल रहा है यहां पर तैनात बीडिंयो से लेकर बाबुओं का आलम यह है कि न किसी दस्ताबेज को सही तरीके से बनाया गया और न ही छेत्र पंचायत के कार्यों की गुणवत्ता देखी गई ।इस ब्लॉक में चाहे बाबू हो या बीडियो सब अपना अपना कमीशन का ही ध्यान देते है ।
आलम यह है कि इस ब्लाक में जो भी ब्यक्ति नगद कमीशन जितना ज्यादा देदे वह उतना ही ज्यादा फर्जीवाडा कर सकता है ।यह खुलांसा तब हुआ जब गुरूवार को मुख्य विकास अधिकारी प्रशान्त कुमार श्रीवास्तव ने ब्लॉक कार्यालय महेबा सहित क्षेत्र पंचायत के द्वारा कराऐ गऐ कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया और तकरीबन तीन घण्टे तक ब्लॉक कार्यालय के दस्तावेजों का अवलोकन किया ।
इस ब्लॉक का यह हाल इस लिऐ बताया जाता है कि इस ब्लॉक का कोई माई बाप नहीं है ।और मनरेगा बेबसाइड का गोपनीय पासवर्ड गांव के ही निवासी एक आम आदमी गब्बर नामक ब्यक्ति के पास है उसने अपने रिस्तेदारो यार दोस्तों से जॉबकार्ड धारको के नाम फर्जी डिमाण्डे लगाकर ब्लॉक को भाडे पर चलाने वाले बीरपाल सिंह नामक ब्यक्ति को फायदा मोटी घूस लेकर पहुचाया है ।वही जानकार बताते है कि खुद बीडिओ खुलेआम आम आदमी से लेकर प्रधानों तक १०% रिस्वत लेकर इस फर्जीवाडा में सामिल है ।
अब देखना यह है कि मुख्य विकास अधिकारी का चाबुक इन पर कैसा चलता है ।हालाकि जब मीडिया ने सी डीओ से अनियमितताओ के बारे में जानना चाहा तो उनका कहना यह था कि मामला गम्भीर है जल्दबाजी में कुछ भी कहना ठीक नही है पर गडबडझाला करोड़ों का है दस्ताबेज चैक कर ही निर्णय लिया जाऐगा ।
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