प्राप्त जानकारी के अनुसार जुगियापुर निवासी जितेंद्र कुमार ने सीएम पोर्टल पर भेजी शिकायत में बताया कि वह अपनी पत्नी साधना का प्रसव कराने सीएससी आया हुआ था। इसमें जितेंद्र ने आशा पर चार हजार रुपये वसूलने का आरोप लगाया। जितेंद्र ने बताया कि आशा वर्कर भूरी देवी ने चार हजार रुपये की मांग की। समय से धनराशि जमा करने पर मरीज को जिला अस्पताल रेफर करने की बात कही। उसने किसी तरह रुपये का इंतजाम कर आशा वर्कर को रुपये दिए। इसके बावजूद उसकी पत्नी को रेफर कर दिया गया। जितेंद्र ने मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की।नर्स पर नवजात को डबल टीका लगाने का आरोप
मरीजों के इलाज के नाम पर उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं। लापरवाही की हद तब हो गई जब नवजात बच्ची को दो बार टीका लगा दिया। दो दिन पहले अस्पताल में विशाल की पत्नी ने एक बच्ची को जन्म दिया था। जिसे उसी समय टीका लगा दिया गया। जब शुक्रवार को महिला की छुट्टी का समय आया तो अस्पताल में मौजूद नर्स ने महिला के बच्चे का बगैर कार्ड देखे दूसरा टीका लगा दिया। जिस पर परिजनों ने नाराजगी जताते हुए डॉक्टर से शिकायत की। मामला बढ़ता देख अस्पताल के डॉक्टर ने बच्चे को जिला महिला अस्पताल रेफर कर दिया। हालांकि अस्पताल में मौजूद नर्स ने डबल टीका लगाने की बात से इनकार किया। अस्पताल मौजूद नर्स ने कहा कि वार्ड में और बच्चों को टीका लगाया जा रहा था। जब बच्ची को टीका लगाने की बारी आई तो पता चला कि उसे टीका जन्म के बाद ही लगा दिया गया था। इसलिए उसको टीका नहीं लगाया गया।
-सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा का कहना है कि शिकायत उनके पास नहीं आई है। उन्होंने व्हाइट्सअप पर शिकायत मंगवाई है। मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
मरीजों के इलाज के नाम पर उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं। लापरवाही की हद तब हो गई जब नवजात बच्ची को दो बार टीका लगा दिया। दो दिन पहले अस्पताल में विशाल की पत्नी ने एक बच्ची को जन्म दिया था। जिसे उसी समय टीका लगा दिया गया। जब शुक्रवार को महिला की छुट्टी का समय आया तो अस्पताल में मौजूद नर्स ने महिला के बच्चे का बगैर कार्ड देखे दूसरा टीका लगा दिया। जिस पर परिजनों ने नाराजगी जताते हुए डॉक्टर से शिकायत की। मामला बढ़ता देख अस्पताल के डॉक्टर ने बच्चे को जिला महिला अस्पताल रेफर कर दिया। हालांकि अस्पताल में मौजूद नर्स ने डबल टीका लगाने की बात से इनकार किया। अस्पताल मौजूद नर्स ने कहा कि वार्ड में और बच्चों को टीका लगाया जा रहा था। जब बच्ची को टीका लगाने की बारी आई तो पता चला कि उसे टीका जन्म के बाद ही लगा दिया गया था। इसलिए उसको टीका नहीं लगाया गया।
-सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा का कहना है कि शिकायत उनके पास नहीं आई है। उन्होंने व्हाइट्सअप पर शिकायत मंगवाई है। मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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