एक बार फिर उरई पालिका चर्चा में है। एक तरफ शहर की नई सरकार जनता के बीच अच्छे कामों का प्रचार प्रसार कर रही। वहीं दूसरी और पालिका ही लोगों की जेब पर डाका डाल रही है। पालिका ने बिना बोर्ड बैठक के स्वीकृति के ही गृहकर बढ़ा दिया है। जबकि बोर्ड बैठक में अभी राहत देने की बड़ी-बड़ी बातें पालिकाध्यक्षा ने कहीं थी। छह माह से पालिका लोगों से बढ़ाकर कर वसूल भी रही है। अभी तक सात हजार से ज्यादा लोगो से कर वसूल भी लिया गया है। जबकि बिना बोर्ड के किसी भी तरह का कर नहीं बढ़ाया जा सकता है। जब पालिका के चुनाव नहीं हुए थे। तभी से चोरी छिपे पालिका ने कर बढ़ा दिया था। बीते वित्तीय वर्ष में कर अधीक्षक गणेश प्रसाद ने कहा था कि बोर्ड के बैठक के बाद ही गृहकर बढ़ाया जा सकता है। अब बोर्ड बैठक भी हो गई। जिसमें साल में मात्र दस प्रतिशत कर बढ़ाने की बात पर सहमति बनी थी। उसके बाद भी पालिका लगातार छह माह से लोगों से कर वसूल रही है। जब लोगों ने गृहकर को लेकर चर्चा जोरों पर की तो पालिका ने सफाई देते हुए बताया कि भवन स्वामी अपनी मर्जी से गृहकर बढ़ाकर दे रहे है। उन्होंने खुद लाल फार्म भरकर गृहकर दिया है। कर अधीक्षक ने बताया कि शासन के नियम के अनुसार ही गृहकर बढ़ाया गया है। किसी अधिकारी या कर्मचारी ने नहीं बढ़ाया। गृहकर को लेकर किसी ने न तो विरोध किया है। शहर के लोग स्वयं बढ़ाकर गृहकर दे रहे है। जिसको कोई समस्या है तो पालिका में शिकायत दर्ज करा सकता है।
कच्चे घरों से भी वसूला जा रहा गृहकर बघौरा निवासी हमीदा ने बताया कि अभी तक 80 रुपये गृहकर लगता था। अब पालिका की और से 540 रुपये भरने को कहा गया है। उनके पति चल नहीं पाते है। कच्चे घर में रहते है। पक्का घर तक नहीं है। कैसे गृहकर भरेंगे। कच्चे घर पर ही इतना कर लगा दिया। पता नहीं कैसे इतना गृहकर बढ़ा दिया है।
कैलाश ने बताया कि पालिका में कर जमा करने आया था। यह बताया गया कि 720 रुपये जमा करने पड़ेंगे। जब उनसे बताया कि इतना बड़ा तो हमारा घर भी नहीं है। तब 540 रुपये जमा करने की बात कहीं। पता नहीं एक दम से कैसे इतना गृहकर बढ़ा दिया है। सुविधा कुछ मिलती नहीं है। सिर्फ कर बढ़ रहा है। पालिका का कार्यकाल शासन के पास था। तभी से बढ़कर टैक्स वसूली की जा रही है। अभी जानकारी नहीं कितने की वसूली की जा रही है। बिना किसी नियम के अगर अपने हिसाब से गृहकर बढ़ाया गया तो इसकी जांच करवाई जाएगी। वहीं अभी बोर्ड मीटिंग में सिर्फ हर साल दस प्रतिशत ही कर बढ़ाने का बात रखी गई थी। मेरी तरफ से कोई कर में अभी बढ़ोतरी नहीं की गई है।
- गिरिजा चौधरी, पालिकाध्यक्ष उरई
शासन के नियम के अनुसार ही कर को बढ़ाकर वसूला जाता है। अभी जानकारी नहीं कितना कर बढ़ाकर वसूला जाता है। कर अधीक्षक से बात की जाएगी। बोर्ड बैठक में तो किसी भी प्रकार का कर बढ़ाने की बात नहीं की गई।
कैलाश ने बताया कि पालिका में कर जमा करने आया था। यह बताया गया कि 720 रुपये जमा करने पड़ेंगे। जब उनसे बताया कि इतना बड़ा तो हमारा घर भी नहीं है। तब 540 रुपये जमा करने की बात कहीं। पता नहीं एक दम से कैसे इतना गृहकर बढ़ा दिया है। सुविधा कुछ मिलती नहीं है। सिर्फ कर बढ़ रहा है। पालिका का कार्यकाल शासन के पास था। तभी से बढ़कर टैक्स वसूली की जा रही है। अभी जानकारी नहीं कितने की वसूली की जा रही है। बिना किसी नियम के अगर अपने हिसाब से गृहकर बढ़ाया गया तो इसकी जांच करवाई जाएगी। वहीं अभी बोर्ड मीटिंग में सिर्फ हर साल दस प्रतिशत ही कर बढ़ाने का बात रखी गई थी। मेरी तरफ से कोई कर में अभी बढ़ोतरी नहीं की गई है।
- गिरिजा चौधरी, पालिकाध्यक्ष उरई
शासन के नियम के अनुसार ही कर को बढ़ाकर वसूला जाता है। अभी जानकारी नहीं कितना कर बढ़ाकर वसूला जाता है। कर अधीक्षक से बात की जाएगी। बोर्ड बैठक में तो किसी भी प्रकार का कर बढ़ाने की बात नहीं की गई।
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