जालौन उरई-:(गुरुजी आशुतोष पाठक भारत न्यूज़ नेशन 24 नेटवर्क)-------:उत्तर प्रदेश बुंदेलखंड जनपद जालौन लंबे समय बाद इस बार रक्षा बंधन के दिन विशेष संयोग बन रहा है। इस वर्ष सावन के आखिरी सोमवार यानी 3 अगस्त पर श्रावण पूर्णिमा व श्रवण नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है। यह अति उत्तम संयोग है। रक्षा बंधन पर बन रहे ये संयोग बहुत ही लाभदायक होंगे। इन दिन तीन विशेष संयोग बनने पर बहन-भाईयों को विशेष लाभ मिलेंगे। तीन अगस्त को सुबह 6:51 बजे से ही सिद्धि योग शुरू हो रहा है।
यह योग बहुत फलदाई होता है। इसी प्रकार इस दिन प्रात उत्तराषाढ़ा नक्षत्र 7:18 बजे से श्रवण नक्षत्र रहेगा। जो अति उत्तम है। इस साल रक्षाबंधन का पर्व तीन अगस्त को मनाया जाएगा। पूर्णिमा तिथि आरंभ 21:28 (2 अगस्त) व पूर्णिमा तिथि समाप्त- 21:27 (3 अगस्त)। जबकि रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त तीन अगस्त को 9:30 से 21:11:21 तक, अपराह्न मुहूर्त 13:46 से 16:26, प्रदोष काल मुहूर्त 19:06 से 21:14 तक रहेगा
29 साल बाद आया ऐसा संयोग इस वर्ष 29 वर्ष बाद रक्षाबंधन का पर्व श्रावण के पांचवें और अंतिम सोमवार के दिन पड़ रहा है। इस दिन रक्षाबंधन का शुभ संयोग पड़ रहा है। भद्रा सूर्य की पुत्री है और शनि की बहन, जो इस बार रक्षाबंधन के दिन सुबह 9:29 बजे तक रहेगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भद्रा में शुभ कार्य करना वर्जित माना गया है। भद्रा की समाप्ति के बाद ही बहन अपने भाई की कलाई पर रखी बांधें। अगस्त की तीन तारीख को सुबह 7:20 बजे तक उत्तराषाढ़ नक्षत्र है और उसके बाद श्रवण नक्षत्र लग जाएगा।
भद्रा काल में राखी बांधना अशुभ
ज्योतिषाचार्य नितिश वर्मा के अनुसार दो अगस्त रात्रि 8:36 से तीन अगस्त सुबह 8:31 बजे तक भद्रा काल रहेगा। इसमें राखी बांधना शुभ नहीं है। रक्षा बंधन के लिए सुबह 9:30 बजे से रात्रि 9:14 तक विशेष मुहुर्त रहेगा। इस दौरान बहन अपनी भाई को किसी भी समय राखी बांध सकेंगी। वहीं ग्रह गोचर की स्थिति अनुसार सूर्य शनि के समसप्तक और गुरु शुक्र का समसप्तक संबंध देश में राजनीतिक टकराव विरोध, हिंसक घटनाओं और युद्ध जैसे वातावरण को लक्षित कर रहे हैं।
-मेष: राशि के लोग लाल रंग की डोरी/राखी बांधें।
-वृषभ : चांदी की या सफेद रंग की, मिथुन हरे धागे या हरे रंग की राखी।
-कर्क : सफेद, क्रीम धागों से बनी मोतियों वाली राखी,
-सिंह : गोल्डन रंग या पीले, नारंगी राखी।
-कन्या : हरा या चांदी जैसा धागा या राखी बांधे।
-तुला : शुक्र का रंग फिरोजी, सफेद, क्रीम रंग की राखी।
-वृश्चिक : इस राशि के भाई के लिए लाल गुलाबी और चमकीली राखी या धागा चुने।
-धनु : गुरु का पीताम्बरी रंग की पीली रेशमी डोरी।
-मकर : ग्रे या नेवी ब्लू रुमाल से सिर ढकें, नीले रंग के मोतियों वाली राखी।
-कुंभ: आसमानी या नीले रंग की डोरी से बनी राखी या डोरी भाग्यशाली रहेगी।
-मीन : लाल, पीली या संतरी रंग की राखी बांधे। शुभ रहेगा।
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